मुश्तफा एच. लकड़ावाला
राजकोट: जिस पल का हम सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं वह अब करीब आ रहा है. 22 जनवरी 2024 को 500 साल बाद रामलला अपनी गद्दी पर विराजमान होने जा रहे हैं. इस दिन को यादगार बनाने के लिए लोग खास इंतजाम कर रहे हैं. कुछ दंपति इस बात पर जोर दे रहे हैं कि उनके बच्चे का जन्म इसी दिन हो. इसके लिए वे स्त्री रोग विशेषज्ञों से संपर्क कर रहे हैं. तब राजकोट में एक स्त्री रोग विशेषज्ञ ने लोकल 18 को उस जोड़े के विचार बताए जो उनके पास आए थे और भविष्य में माता-पिता बनने वाले थे.
राजकोट के स्त्री रोग विशेषज्ञ गोविंद भारलिया ने बताया कि 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. फिर मेरे पास आने वाले कई जोड़े यह मांग करते हैं कि उनके बच्चे का जन्म इसी दिन हो. ऐसे बहुत से माता-पिता हैं. जिन्होंने फैसला किया है कि वे 22 जनवरी को सी-सेक्शन के जरिए अपने बच्चे को जन्म देंगी और उसका नाम भी रामलला के नाम पर रखेंगी.
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गोविंद भारलिया ने आगे कहा कि पहले लोग नॉर्मल डिलीवरी को प्राथमिकता देते थे. लेकिन अब लोग सी-सेक्शन की मदद से प्रसव कराना पसंद कर रहे हैं. यहां तक कि जो लोग 22 जनवरी के आसपास माता-पिता बनने वाले थे, वे भी अब चाहते हैं कि उनके बच्चे का जन्म 22 जनवरी को हो. जिसके लिए वे सी-सेक्शन के जरिए बच्चे को जन्म देने के लिए भी तैयार हैं. आजकल, कई जोड़े स्त्री रोग विशेषज्ञों के साथ अपॉइंटमेंट ले रहे हैं.
बच्चे का नाम भगवान राम से जोड़ा जाएगा
पूरे राजकोट की बात करें तो स्त्री रोग विशेषज्ञों के यहां 22 जनवरी के लिए 30 प्रतिशत स्लॉट बुक हो चुके हैं. अभिभावकों का कहना है कि हमें मौका मिल रहा है. फिर हम भी 22 जनवरी को अपने बच्चे को जन्म देंगे और उसका नाम भगवान राम के नाम पर रखेंगे. अधिकांश माता-पिता ने अपने प्रत्येक बेटे और बेटी के लिए भगवान राम से जुड़े नाम भी सोचे हैं. इस प्रकार वे हमारी संस्कृति को बनाये रखने में भागीदारी निभा रहे हैं.
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Tags: Ayodhya Ram Temple
FIRST PUBLISHED : January 12, 2024, 12:14 IST